खाद के लिए मारामारी: सिर्फ एक दिन मिली यूरिया, दूसरे दिन 5 घंटे धूप में खड़े रहे जैसे नंबर आया तो बोले खत्म हो गई
लाखों किसानों के बीच मु_ी भर खाद वितरण के लिए पहुंची। डबल लॉक और सहकारी समितियों में खाद वितरण को पहुंची। एक दिन पुलिस के पहरे में खाद का वितरण हुआ। दूसरे दिन किसान सुबह पहुंच गए। 5 घंटे भरी धूप में लाइन में खड़े रहे। जब फार्मेड का आफिस खुला तो स्टाक खत्म की बात कह दी। किसान खाली हाथ लौटे।

गुढ़ में गुस्साए किसानों ने किया हंगामा, पत्थरबाजी भी की गई
करहिया में ही किसानों ने एक दूसरे का फोड़ दिया था सिर
रीवा। फसल खेतों में लग गई है। धान की फसल को अब यूरिया चाहिए लेकिन सरकारी गोदाम खाली है। किसान मारा मारा फिर रहा। पहले सरकार ने रासायनिक यूरिया की आदत डाली अब उसी के लिए तरसा रही है। एक रैक खाद लगी थी। यह खाद कुछ समितियों तक ही पहुंची। डबल लॉक में भी भेजी गई। सोमवार को यूरिया का वितरण हुआ। दिन भर मारामारी मची रही। हजारों की संख्या में लोग यूरिया लेने पहुंचे। बूढ़े, बच्चे, महिलाएं सब लाइन में खड़े रहे। किसान भूखे प्यासे लगा रहा लेकिन कईयों का नंबर नहीं आया। मंंगलवार को फिर से सुबह पहुंच गए। सुबह 6 बजे से लाइन में खड़े रहे। सुबह 11 बजे मार्फेड के अधिकारी पहुंचे तो यूरिया के खत्म होने की घोषणा कर दी। किसान खुद का ठगा महसूस करने लगा। निराशन होकर हजारों किसान वापस लौट गए। पूरे जिले में मारामारी मची है।
करहिया में नहीं मिली खाद
करहिया मंडी में डबल लॉक गोदाम है। यहां एक दिन सोमवार को ही यूरिया का वितरण हुआ। मंगलवार को यहां गोदाम खाली था। किसानों केा यूरिया नहीं मिली। सरकारी समितियों और गोदाम में 266 रुपए में मिलता है। वहीं प्राइवेट में 800 रुपए में बिक रहा। इसी वजह से सरकारी गोदामों में भीड़ उमड़ रही है। करहिया में खाद लेने के लिए इतनी भीड़ उमड़ी कि मारामारी तक हो गई। एक किसान ने दूसरे का सिर तक फोड़ दिया था।
गुढ़ में भी मचा रहा हंगामा, पत्थरबाजी की गई
खाद पर्याप्त नहीं पहुंची। मु_ी भर खाद गोदामों में भेजी गई अब उसी के वितरण में सिर फूट रहे हैं। किसानों का गुस्सा चरम पर पहुंच गया है। गुढ़ में भी तीन किसानों ने पत्थरबाजी की। सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने पहले तीनों को गिरफ्तार किया बाद में छोड़ दिया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में खाद का वितरण कराया गया।
बिहरा निवासी इंद्रजीत सिंह संखू ने बताया कि वह करहिया खाद लेने आए थे। यूरिया और डीएपी लेने आए थे। सुबह 7 बजे पहुंच गए थे। यहां पहुंचे तो पता चला कि यूरिया नहीं है। रात में यूरिया बची थी। सुबह आए तो बोले कि यूरिया नहीं है। सोमवार को बोले मंगलवार को यूरिया मिलेगी, फिर यहां किसान पहुंचे तो बोले खत्म हो गई। पता नहीं कहा चली गई। मार्केट में 600 रुपए में यूरिया मिल रही है। यदि खाद नहीं मिली तो सड़क पर हंगामा की चेतावनी संखू ने दी है।
पुरैनी निवासी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि सुबह 6 बजे करहिया खाद लेने पहुंच गए थे। यूरिया यहां नहीं मिल रही है। डीएपी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूरिया कब आएगी इसकी जानकारी नहीं दे रहे हैं। बाजार में भी पर्याप्त यूरिया नहीं है। जिनके पास है वह महंगे दाम में यूरिया बेच रहे हैं।